| 2 साल में फिसले 6 राज्य, अब घर में घिरेंगे राहुल गांधी? | बिहार में BJP की हुई दुर्गति और महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राहुल गांधी जब मीडिया से बात करने पहुंचे, उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करने के लिए कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं किया। नीतीश-लालू गठबंधन की सरकार पिछले साल नवंबर में सत्ता में आई। राहुल ने उस वक्त इस प्रचंड जीत को 'भाईचारा' कहा और सिर्फ यही बोले कि प्रधानमंत्री मोदी को देश की अपील ध्यान से सुननी चाहिए। | | | | |
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शाह ने ऐसे दिलाई जीत, इसलिए चूके राहुल! | अमित शाह और राहुल गांधी के लिए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों ने एक ही सबक दिया है। अगर गलतियों से सीखेंगे तो सियासत में बड़ा फायदा मिलेगा। बिहार में BJP के धूल चाटने के बाद शाह में बदलाव आया। वहीं, कांग्रेस की एक के बाद एक हारों के बाद भी राहुल में कोई बुनियादी बदलाव नहीं आया। | | |
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असम में BJP की जीत के यह हैं 'चाणक्य' | असम में बीजेपी की बड़ी जीत में परदे के पीछे से भूमिका निभाने में रजत सेठी सबसे अहम किरदारों में रहे। रजत की टीम ने ही बीजेपी को रिसर्च कर बताया था कि वहां गठबंधन करके चुनाव लड़ना चाहिए। जनता के बीच किस तरह का संदेश पार्टी देगी, उसे रजत की टीम तय करती थी। | | |
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देश पर छाने के सपने के और करीब पहुंची BJP | दिल्ली और बिहार में मिली हार के बाद असम में ऐतिहासिक जीत के साथ BJP एक बार फिर अपने लगातार बढ़ रहे स्वरूप में वापस लौटी है। असम में पहली बार सरकार बनने के साथ ही BJP का विस्तार अब उत्तर पूर्व में भी हो गया। बंगाल में ममता बनर्जी की दमदार वापसी हुई है वहीं तमिलनाडु में जयललिता ने इतिहास रचा है। | | |
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