गली से एक भिखारी गुजर रहा था। एक घर का दरवाजा खुला था और अंदर एक बुढ़िया बैठी थी।                                        
                                        
                                        भिखारी (बुढ़िया से):  खाने के लिए रोटी दे दो, अम्मा।                                        
                                        बुढ़िया: रोटी तो अभी बनी नहीं है, बाद में आना।                                        
                                        भिखारी: ठीक है यह लो मेरा मोबाइल नंबर। जब बन जाए तो मिस्ड कॉल मार देना।                                        
 यह सुन बुढ़िया के होश उड़ गए, पर वह भी कहां कम थी...                                        
                                        बुढ़िया: मिस्ड कॉल क्या मारनी, जब बन जाएगी तो वॉट्सऐप कर दूंगी। वहीं से डाउनलोड करके खा लेना।                                        
 यह सुनकर भिखारी बेहोश हो गया।                                        
                                        सूरज, भिंड                                                                               
                                                                            
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