Sunday, August 23, 2015

आज का जोक: गब्बर का चरित्र चित्रण

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हंसी-मज़ाकAugust 24, 2015
गब्बर का चरित्र चित्रण

परीक्षा में गब्बर सिंह का चरित्र चित्रण करने के लिए कहा गया...

10वीं के एक छात्र ने लिखा:

1. सादगी भरा जीवन- शहर की भीड़ से दूर जंगल में रहते थे, एक ही कपड़े में कई दिन गुजारा करते थे, खैनी के बड़े शौकीन थे।

2. अनुशासन प्रिय- कालिया और उसके साथी को प्रॉजेक्ट ठीक से न करने पर गोली मार दिए थे।

3. दयालु हृदय- ठाकुर को कब्जे में लेने के बाद ठाकुर का सिर्फ हाथ काटकर छोड़ दिया था, चाहते तो गला भी काट सकते थे।

4. नृत्य-संगीत प्रेमी- उनके मुख्यालय में ​'महबूबा महबूबा', 'जब तक है जां, जाने जहां' जैसे नृत्य-संगीत के कार्यक्रम चलते रहते थे । बसंती को देखते ही परख गए थे कि कुशल नृत्यांगना है।

5. हास्य रस के प्रेमी- कालिया और उसके साथियों को हंसा-हंसा कर ही मारे थे। खुद भी ठहाका मारकर हंसते थे, वह इस युग के 'लाफिंग बुद्धा' थे।

6. नारी सम्मान- बसंती के अपहरण के बाद सिर्फ उसका नृत्य देखने का अनुरोध किया था, आधुनिक विलन तो बहुत कुछ कर सकता था।

7. भिक्षुक जीवन- उनके आदमी गुजारे के लिए बस सूखा अनाज मांगते थे, कभी मिठाई, नमकीन, पाव-भाजी या पानी-पूरी की मांग नहीं करते थे।

8. समाज सेवक- रात को बच्चों को सुलाने का काम भी करते थे। :P :D :P


विशाल, कानपुर
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